अगर आप किसी फॉरेन यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने की सोच रहे हैं अपनी मास्टर डिग्री यूएसए या यूरोप जाकर करना चाहते हैं या किसी वर्ल्ड क्लास बिजनेस स्कूल से एमबीए की डिग्री लेना चाहते हैं तो इसके लिए पैसे पासपोर्ट और वीजा के साथ साथ जो सबसे जरूरी चीज है वह है IELTS आइल्स इसका फुल फॉर्म है International English Language Testing System
दुनिया भर के स्टूडेंट्स प्रोफेशनल्स और इंग्लिश स्पीकिंग कंट्रीज में जाकर सेटल होने वालों के बीच IELTS एक पॉपुलर इंग्लिश लैग्वेज प्रोफिशिएंसी टेस्ट है इसे डेवलप किया है ब्रिटिश काउंसिल ने जिसमें आईडीपी idp एजुकेशन और Combridge Asses English का भी कंट्रीब्यूशन है आसान भाषा में कहे तो हायर एजुकेशन हो या ग्लोबल माइग्रेशन किसी भी फॉरेन लैंड पर आइल्स IELTS का ठप्पा आपके लिए लॉन्च पैड का काम करता है
आयस इतना इंपॉर्टेंट क्यों है तो जवाब यह है कि पिछले 30 सालों से दुनिया के 140 देशों के 12000 से ज्यादा ऑर्गेनाइजेशंस आइल्स IELTS के स्टैंडर्ड पर भरोसा करते हैं एंजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस हो या कोई भी कंपनी कोई प्रोफेशनल बॉडी हो या गवर्नमेंट IELTS के स्कोर काफी जगहों पर एक्सेप्ट होता है इसलिए ऑस्ट्रेलिया कैनेडा न्यूजीलैंड और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में जब आप इमीग्रेशन एप्लीकेशन देते हैं तब आइल्स देखते ही आप पर उनका ट्रस्ट लेवल बढ़ जाता है
IELTS Exam Pattern
बेसिकली IELTS का टेस्ट फॉर्मेट चार हिस्सों में बंटा हुआ है
listening
यहां पर यह समझने की कोशिश की जाती है कि आप किसी आइडिया को कितना बेहतर समझते हैं ऑपिनियंस को रिकॉग्नाइज करते हैं और किसी भी आर्गुमेंट के डेवलपमेंट को फॉलो कर पाते हैं या नहीं इसमें कैंडिडेट को 30 मिनट मिलते हैं और आखिर में 10 मिनट ताकि कैंडिडेट अपने आंसर्स को आंसर शीट में ट्रांसफर कर सके टेस्ट के दौरान कैंडिडेट को सुनने के लिए चार रिकॉर्डिंग्स दिए जाते हैं और हर रिकॉर्डिंग को एक ही बार प्ले किया जा सकता है इन रिकॉर्डिंग्स में दो लोगों के बीच किसी सोशल कॉन्टेक्स्ट पर बेस्ड एक कन्वर्सेशन रहता है दूसरी रिकॉर्डिंग में एवरीडे सोशल कॉन्टेक्स्ट पर एक मोनोलॉग रहता है तीसरी रिकॉर्डिंग में मैक्सिमम चार लोगों के बीच एक कन्वर्सेशन रहता है जैसे टीचर और स्टूडेंट के बीच एक डिस्कशन और चौथे ऑडियो क्लिप में किसी एकेडमिक सब्जेक्ट पर एक मोनोलॉग हो सकता है
Reading
रीडिंग जिसमें कैंडिडेट की काबिलियत को चेक किया जाता है कि वह दिए गए टेक्स्ट का ओवरऑल मीनिंग मेन कांसेप्ट और स्पेसिफिक डिटेल्स को समझ पाता है या नहीं यहां पर आइल्स एग्जाम दो तरह के होते हैं एकेडमिक और जनरल ट्रेनिंग अकडम आइल्स के लिए तीन लेंथी टेक्स्ट रीड करने के लिए दिए जाते हैं जो बुक्स जनरल्स मैगजींस और न्यूजपेपर से होते हैं इन टेक्स्ट का स्टाइल descriptive factual discursive analytical हो सकता है वही आयस जनरल ट्रेनिंग के लिए Books magazines newspapers notice advertisement, company handbooks, guidelines से टेक्स्ट पिक किए जाते हैं इसे एक घंटे में कंप्लीट करना होता है
Writing
तीसरा सेक्शन है राइटिंग यहां पर यह देखा जाता है कि आप कितने बेहतर तरीके से अपने आइडियाज को ऑर्गेनाइज कर सकते हैं और अपना रिस्पांस लिख सकते हैं इसमें आपकी वोकैबुलरी और ग्रामर की रेंज को चेक किया जाता है यहां पर दो टास्क दिए जाते हैं और टोटल होता है 1 घंटा टास्क वन में कोई graph data table event chart रहता है जिसे देख के आपको इंग्लिश में एक्सप्लेन करना होता है और टास्क टू में किसी भी आर्गुमेंट या प्रॉब्लम पर essay लिखना होता IELTS एकेडमिक और IELTS जनरल ट्रेनिंग दोनों के लिए राइटिंग सेक्शन अलग-अलग होता है
Speaking
अब रही बात चौथे सेक्शन की तो वो है स्पीकिंग जिसमें आप कितना बेहतर कम्युनिकेट कर सकते हैं किसी टॉपिक पर कितनी बेहतर जानकारी दे सकते हैं और अपना एक्सपीरियंस शेयर कर सकते हैं यह चेक किया जाता है इसमें तीन पार्ट्स होते हैं और खुद को एक्सप्रेस करने के लिए 11 से 14 मिनट दिए जाते हैं पहले पार्ट में आपके बारे में आपकी फैमिली और बैकग्राउंड के बारे में पूछा जाता है दूसरे पार्ट में एक पर्टिकुलर टॉपिक पर बात करने को कहा जाता है और तीसरे पार्ट में उस टॉपिक से जुड़े सवालों के जवाब आपको देने होते हैं
अब जहां तक टेस्ट देने की बात है तो उसके दो बॉड्स है ऑनलाइन और पेपर बेस्ड एग्जाम पेन एंड पेपर बेस्ड टेस्ट में में लिसनिंग रीडिंग और राइटिंग सेक्शंस को एक फिजिकल टेस्ट बुकलेट और आंसर शीट के साथ कंप्लीट करना होता है वहीं स्पीकिंग टेस्ट एक एग्जामिनर के सामने देना होता है हर सेक्शन के लिए अलग से क्वेश्चन बुकलेट्स और आंसर शीट्स दिए जाते हैं और IELTS को कंप्यूटर पर देने के लिए आपके पास इंटरनेट कनेक्शन होना चाहिए जिसे आप अपने घर पे या एग्जाम सेंटर पर दे सकते हैं ऑनलाइन मोड पे listening reading writing सेक्शंस देने होते हैं और एग्जामिनर के सामने स्पीकिंग टेस्ट
IELTS को ऑनलाइन देने का एडवांटेज यह है कि इससे फास्ट रिजल्ट मिलता है टेस्ट की डेट्स जो होती है वह फ्लेक्सिबल होती हैं और ऑनलाइन टेस्ट हमेशा यूजर फ्रेंडली होता है आइल्स की तैयारी और एग्जाम फी काफी महंगी होती है इसलिए पूरी तरह से तैयारी और कॉन्फिडेंट होने पर ही आपको यह एग्जाम देना चाहिए फीस भरने के लिए आप क्रेडिट और डेबिट कार्ड यूज कर सकते हैं जो वीजा या मास्टर कार्ड हो सकता है इसके अलावा net banking bank deposit demand draft का ऑप्शन भी आप चूज कर सकते हैं
IELTS Exam दो तरह के होते है – IELTS Academic और IELTS GIELTSl Training
IELTS एकेडमिक लिया जाता है एकेडमिक एनवायरमेंट के लिए मतलब जो कैंडिडेट पढ़ाई के पर्पस से आइल्स देते हैं उन्हें आइल्स एकेडमिक देना होता है और आइल्स जनरल ट्रेनिंग लिया जाता है प्रैक्टिकल और एवरीडे कॉन्टेक्स्ट के लिए जो वर्क प्लेस और सोशल सिचुएशंस में आपकी इंग्लिश प्रोफिशिएंसी को दर्शाने के लिए है
IELTS Exam क्राइटेरिया
IELTS के क्राइटेरिया की बात करें तो age gender race nationality religion के लिहाज से कोई लिमिटेशन नहीं है बस कैंडिडेट 16 साल या उससे ऊपर का होना चाहिए अगर बेहतरीन तैयारी के लिए आप बेस्ट ऑफ प्रिपरेशन मटेरियल को ढूंढ रहे हैं तो british council पब्लिकेशन की सजेस्टेड किताबों में
- हाउ टू प्रिपेयर फॉर आइल्स,
- आइल्स ऑफिशियल प्रैक्टिस मटेरियल वॉल्यूम वन,
- आइल्स ऑफिशियल प्रैक्टिस मटेरियल वॉल्यूम टू,
- टॉप टिप्स फॉर आयस यानी एकेडमिक और जनरल ट्रेनिंग,
- आयस लाइफ स्किल्स और द ऑफिशियल कैम्र गाइड टू
- आयस फॉर एकेडमिक एंड जनरल ट्रेनिंग,
IELTS से जुड़े कुछ फ्रीक्वेंसी आस्क सवालों के आंसर्स भी जान लेते हैं
जैसे IELTS के मार्क्स 2 साल तक वैलिड रहते हैं अगर जहन में आ रहा है कि IELTS एग्जाम कितनी बार दे सकते हैं तो इसकी कोई लिमिट नहीं है IELTS टेस्ट में कोई पास या फेल नहीं होता इसमें मिले स्कोर का एक रेंज होता है जो जीरो से 9 तक होता है ओवरऑल स्कोर चारों सेक्शन के मार्क्स को एवरेज करके दिया जाता है
IELTS एक डिफिकल्ट एग्जाम है तो जवाब है नहीं सही तैयारी के साथ इसे कैक कर सकते हैं 7.5 एक अच्छा स्कोर काउंट होता है अगर आप किसी इंग्लिश स्पीकिंग कंट्री में पढ़ाई जॉब या सेटल होने के लिए जाना चाहते हैं तो वहां के वीजा प्रोसेस में आइल्स का मार्क्स हेल्पफुल साबित होता है कोविड-19 से पहले जितने स्टूडेंट्स आइल्स एग्जाम दे रहे थे कोविड के बाद उनमें 15 %पर की बढ़त देखी गई है